यह रहा TFM (Total Fatty Matter), उसका महत्व, हेल्दी रेंज, और अलग-अलग साबुन ब्रांड्स के TFM की तुलना (जैसे – Pears, Lux, Lifebuoy, Santoor, Patanjali, Dove, आदि)
TFM (Total Fatty Matter) क्या है?
TFM का पूरा नाम है Total Fatty Matter। यह किसी भी साबुन की गुणवत्ता का सबसे महत्वपूर्ण मानक होता है। TFM यह दर्शाता है कि साबुन में कितनी मात्रा में वास्तविक फैटी एसिड्स (fatty acids) या साबुन बनाने वाले तत्व मौजूद हैं।
TFM जितना अधिक होगा, साबुन उतना ही उत्तम, कोमल और मॉइस्चराइजिंग माना जाता है।
TFM की हेल्दी रेंज:
ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) के अनुसार, साबुन को 3 ग्रेड में बाँटा गया है:
1. Grade 1:
TFM: 76% या उससे अधिक
उपयोग: उच्च गुणवत्ता, चेहरे व नाजुक त्वचा के लिए
उदाहरण: Pears, Dove (कुछ वेरिएंट), Mysore Sandal
2. Grade 2:
TFM: 70% से 76% के बीच
उपयोग: सामान्य शरीर सफाई के लिए
उदाहरण: Santoor, Lux, Godrej No.1, Patanjali
3. Grade 3:
TFM: 70% से कम
उपयोग: अधिकतर डिटर्जेंट जैसे गुण, त्वचा को ड्राई कर सकते हैं
उदाहरण: Lifebuoy (कुछ वेरिएंट), Rin, साबुन-जैसे डिटर्जेंट
विभिन्न साबुन ब्रांड्स के TFM की तुलना (अनुमानित):
TFM अधिक या कम होने के लाभ व हानि:
TFM अधिक (Grade 1) – फायदे:
त्वचा को मुलायम और मॉइस्चराइजिंग बनाए रखता है
त्वचा में जलन या खुश्की नहीं होती
प्राकृतिक तत्वों से समृद्ध
बच्चों और संवेदनशील त्वचा वालों के लिए उपयुक्त
TFM कम (Grade 3) – नुकसान:
त्वचा को रूखा, बेजान और खुश्क बना सकता है
रासायनिक तत्व अधिक होने से एलर्जी या जलन का खतरा
डेली यूज़ में नुकसानदायक हो सकता है
निष्कर्ष:
अगर आप चाहते हैं कि आपकी त्वचा स्वस्थ, मुलायम और हाइड्रेटेड बनी रहे, तो हमेशा ऐसा साबुन चुनें जिसका TFM 76% या उससे अधिक हो।
Persona Soap (Amway) भी उच्च गुणवत्ता के ग्रेड में आता है, लेकिन इसके TFM को जानने के लिए पैकेजिंग पर BIS मार्क और प्रतिशत की जांच करें।
सुझाव: बच्चों और संवेदनशील त्वचा वालों को Grade 1 साबुन ही देना चाहिए।
मेरी शुभकामनाये।
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