Sunday 28 October 2018

Apsa 80 आपसा 80

APSA 80 है क्या ?

APSA 80  एक ऐसा गुणवर्धक है जिसमे 80% सक्रिय तत्व है तथा यह किसी भी घोल में पूर्णतया घुलकर उसकी प्रभावकता को कई गुणा बढ़ा देता है। APSA 80 बहुउद्देशीय स्प्रे गुणवर्धक है जो कीटनाशक, फफूंदीनाशक, खरपतवारनाशकों, निष्पत्रको तथा पर्णीय उर्वरकों के घोल में मिलाने पर उनकी कार्यशीलता बढ़ा देता है।

APSA 80 एम्वे द्वारा बनाया गया कृषि क्षेत्र का एक उत्पाद है। पानी को पतला कर देता है। पानी पतला होने के कारण , पानी की कार्य शीलता कई गुना बढ़ जाती है। 

APSA 80 कृषि जगत में कृषक के लिए वरदान है। ये लगभग 30% उत्पादन बढ़ा देता है, और 30% लागत कम हो जाता है।

APSA 80 पानी का सतही तनाव (सरफेस टेंशन) तोड़ देता है।
यह पानी की पृष्ठ तनाव को कम करके पानी की बूंदों को फैला देता है। पानी को पतला कर देता है। पानी पतला होने के कारण , पानी की कार्य शीलता कई गुना बढ़ जाती है। खेत की नमी लम्बे समय तक बनी रहती है। केचुए जो आज खेत से गायब हो चुके है, Apsa 80 के उपयोग से आपको अपने खेत मे केचुए दिखने शुरू हो जायेगें।
Apsa 80 बहुउद्देशीय स्प्रे गुणवर्धक है जो कीटनाशक, फफूंदीनाशक, खरपतवारनाशकों, निष्पत्रको तथा पर्णीय उर्वरकों के घोल में मिलाने पर उनकी कार्यशीलता बढ़ा देता है।
यह एक ऐसा गुणवर्धक है जिसमे 80% सक्रिय तत्व है तथा यह किसी भी घोल में पूर्णतया घुलकर उसकी प्रभावकता को कई गुणा बढ़ा देता है।
Apsa 80 न तो कीटनाशक है, न ही उर्वरक।
यह एक गुणवर्धक है जो कीटनाशकों या उर्वरको के गुणों में वृद्धि करता है और जल या घोल की भीतर तक जाने की क्षमता बड़ा देता है।

APSA 80 कैसे उपयोग करें?

कीटनाशक या फोलियर खाद के प्रति 15 ली. घोल में 5 मिली. (Fungicide & Insecticide)
अगमन उपरान्त खरपतवारनाशक के प्रति 15 ली. घोल में 20 मिली. (Herbicide)
80 ली. प्रति एकड़ पानी मे 160 मिली., 80 ली. से अधिक पानी के उपयोग पर भी Apsa 80 की मात्रा 160 मिली. प्रति एकड़ ही रहेगा।

With fungicide & insecticide - 5 ml/ 15 lit.
With herbicide 20 ml/15 lit.
With Urea 160ml/ acre
With irrigation 160ml/ acre
सिचाई से 12 घँटे पहले पानी और APSA 80 के इस घोल को सिचाई होने वाली सारि जमीन पर सीधा छिड़क दें। मिटटी पर सीधा छिड़के।
अब सिचाई करे और देखे के पानी मिटटी में न सिर्फ अधिक भीतर तक जाता है बल्कि बेहतर फैलता भी है।
Apsa 80 छिड़काव लगभग 4 हफ्ते तक प्रभावी रहेगा। 4 हफ्ते बाद सिचाई के लिए फिर से उपलिंखित क्रिया दोहराएं।
1ml = 1.18₹
350ml / acre = 424.8₹
Less 15 kg urea & 10 kg DAP
जमीन में 21 प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते थे पर अब केवल 17 बचे है। 3 साल तक यह उत्पाद expiry नही होगा। इस उत्पाद को 70 से अधिक परिक्षण्ड केंद्र में परिक्षण्ड किया गया है। 
भारत मे इस उत्पाद को 20 साल से भी अधिक समय हो चुका है।

मेरी शुभकामनाये। 

सवाल :  ( इन सवालों का जवाब लिख कर अपना नोट्स तैयार कर ले )

1. APSA 80  क्या है। 
2. APSA 80  किस तरह किसानो को लाभ पहुँचाता है। 
3. पानी के सतही तनाव को किस तरह कम किया जा सकता है। 
4. किसान APSA 80 को कहाँ कहाँ उपयोग कर सकता है। 
5. APSA 80 एक गुणवर्धक है।  इसका क्या तातपर्य है।
6. भूमि उपचार में हम APSA 80 को किस तरह उपयोग करते है। 
7. APSA 80 को हम कीटनाशक में किस तरह उपयोग करते है। 
8. APSA 80 को हम खरपतवार में किस तरह उपयोग करते है। 
9. जमीन में कितने प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते है। 
10. इंडिया में APSA 80 को कितना साल हो चूका है। 

Wednesday 24 October 2018

Atmosphere drive..एटमॉस्फियर ड्राइव ..कार एयर प्यूरीफायर

ATMOSPHERE DRIVE 


दुनिया मे सबसे महत्यपूर्ण चीज जो हर व्यक्ति के लिए होता है, वो है उसका हेल्थ।
हेल्थ को सबसे सबसे बड़ा खतरा माल न्यूट्रिसन से  होता  ।
दूसरा सबसे बड़ा खतरा हमारे स्वास्थ को  पोलुसन से होता है ।

पॉल्युशन एक आम समस्या है।

ये समस्या दिन पर दिन बढ़ती जाएगी। किसी शहर में ज्यादा, किसी शहर में कम।
दूसरी बुरी खबर, दुनिया के टॉप 15 पौलुटेड  शहर में से 14 भारत मे है।
92% लोग, WHO का जो नॉर्म है, उससे खराब हवा में रहते है।
तीसरा , सवाल कार के अंदर ज्यादा पोलुसन होता है या बाहर।
मैं ये सोचता था कि कार के अंदर पोलुसन कम होता है और बाहर ज्यादा .. क्योंकि कार बन्द है , AC चलता है। धुँआ तो बाहर होता है।
मैं आपको एक काम देता हूं, आप अपना मोबाइल उठाओ, और गूगल से सवाल पूछो की पोलुसन कार के अंदर ज्यादा होता है या बाहर।
पर आपको सच्चाई जान कर हैरानी होगी कि कार के अंदर पोलुसन , बाहर के पोलुसन से 15 गुना ज्यादा होता है।

जो डस्ट कार के अंदर आ जाती है, दरवाज़ा खोलने से, या  वो फिर वहाँ बैठ जाती है।

जो डस्ट पार्टिकल होते है उसे हम PM कहते है। PM का मतलब पार्टिकुलेट मैटर , इनके साइज अलग अलग होते है। 
कुछ तो बड़े बड़े होते है, कुछ तो बहुत छोटे होते है। 
कुछ छोटे पार्टिकल होते है जिन्हें हमारे नोस्ट्रिल , नाक का सिस्टम रोक लेता है, पर कुछ बहुत छोटे होते है, जो हमारा नोस्ट्रिल रोक नही पाता।
उस छोटे पार्टिकल को हम PM 2.5 कहते है। पार्टिकल को माइक्रोन में नापा जाता है।

हमारे बाल 80 माइक्रोन के होते है। हवा में जो पोलेन होते है, वो 30 माइक्रोन के होते है।
हमारे घर मे झाड़ू देते समय जो धूल उड़ता है, वोे 10 माइक्रोन के होते है।
ये PM 2.5 ,सबसे छोटे पार्टिकल होते है। धुँआ, फॉग इस प्रकार का पोलुसन होता है।

एक क्यूबिक मीटर का एक बॉक्स बना दिया जाए। और इस बॉक्स में PM 2.5 के कितने पार्टिकल होते है, उसे आप गूगल कर सकते हो।
PM 2.5 बिलासपुर ..PM 2.5 पटना, PM 2.5 झारसुगुड़ा ...जिस प्रकार हम temperature नापते है उसी प्रकार हम शहर का पोलुसन चेक कर सकते है।
WHO कहती है , अगर ये PM 2.5 ...10 mg micro gram से कम है तो ये सेफ है।
एटमॉस्फियर ड्राइव ....
कार के अंदर का पॉल्युशन को खत्म करता है। एयर को प्यूरीफाय करता है।
इसके पीछे की टेक्नोलॉजी क्या है, इसे समझना जरूरी है।


मेरी शुभकामनाये। 


सवाल :  ( इन सवालों का जवाब लिख कर अपना नोट्स तैयार कर ले )

1. सबसे बड़ा खतरा हँमारे स्वास्थ को किस चीज़ से होता है। 
2. दूसरा सबसे बड़ा खतरा हमारे स्वास्थ को किस चीज़ से होता है। 
3. दुनिया के टॉप १५ प्रदूषित शहर में भारत के कितने शहर है। 
4. कार  के अंदर प्रदूषण ज्यादा होता है या बाहर।  और ऐसा क्यों होता है। 
5. WHO के  नॉर्म से भी प्रदूषित हवा में कितने प्रतिशत लोग रहते है।
6. डस्ट पार्टिकल को हम किस नाम से जानते है। 
7. नॉस्ट्रिल से आप क्या समझते है। 
8. हमारा नॉस्ट्रिल किस डस्ट पार्टिकल को रोक नहीं पाता है। 
9. PM 2.5 से आप क्या समझते है। कुछ उदहारण दीजिये। 
10. आपको अपने शहर का प्रदूषण पता लगाना है, उसे कैसे पता लगा सकते है।