Friday, 28 March 2025

न्यूट्रिलाइट वासा, मुलेठी और सुरसा श्वसन तंत्र को किस प्रकार शुद्ध करते हैं?

न्यूट्रिलाइट वासा, मुलेठी और सुरसा श्वसन तंत्र को किस प्रकार शुद्ध करते हैं?

न्यूट्रिलाइट वासा (Vasaka), मुलेठी (Mulethi) और सुरसा (Surasa) तीनों आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ हैं जो श्वसन तंत्र को शुद्ध और स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होती हैं। इनका नियमित सेवन फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ाता है और सांस संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।

1. वासा (Vasaka) – फेफड़ों की सफाई और बलगम बाहर निकालना

वासा (Adhatoda Vasica) एक प्राकृतिक एक्सपेक्टोरेंट (बलगम निकालने वाला) है, जो श्वसन नलिकाओं में जमी गंदगी और बलगम को बाहर निकालने में मदद करता है।

इसमें सूजन-रोधी (Anti-inflammatory) और ब्रोंकोडाइलेटर (Bronchodilator) गुण होते हैं, जो श्वसन नलिकाओं को खोलकर सांस लेने की प्रक्रिया को आसान बनाते हैं।

ब्रोंकाइटिस, दमा (Asthma) और फेफड़ों में जमाव (Congestion) को कम करता है।

2. मुलेठी (Mulethi) – गले की जलन और सूजन को कम करना

मुलेठी (Licorice Root) गले की खराश, सूजन और जलन को शांत करने में मदद करती है।

इसमें म्यूकोलाईटिक (Mucolytic) गुण होते हैं, जो गाढ़े बलगम को पतला करके उसे आसानी से बाहर निकालने में मदद करते हैं।

यह इम्यूनिटी बढ़ाने और फेफड़ों को संक्रमण से बचाने में भी कारगर है।

3. सुरसा (Surasa) – श्वसन नलिकाओं को साफ करना और संक्रमण से बचाव

सुरसा (Ocimum gratissimum) एक शक्तिशाली एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-वायरल जड़ी-बूटी है, जो फेफड़ों को बैक्टीरिया और वायरस से बचाती है।

यह ब्रोंकोडाइलेटर के रूप में कार्य करके श्वसन नलिकाओं को खोलती है, जिससे ऑक्सीजन की आपूर्ति बेहतर होती है।

अस्थमा, एलर्जी और सर्दी-खांसी में राहत देती है।


निष्कर्ष

न्यूट्रिलाइट वासा, मुलेठी और सुरसा तीनों मिलकर श्वसन तंत्र को शुद्ध, मजबूत और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। ये फेफड़ों से बलगम निकालते हैं, सूजन को कम करते हैं, गले की खराश दूर करते हैं और संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करते हैं। नियमित सेवन से सांस संबंधी समस्याएँ कम होती हैं और फेफड़ों की कार्यक्षमता में सुधार होता है।

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