Wednesday, 19 February 2025

मछली का ओमेगा-3 अलसी से बेहतर क्यों होता है ?

मछली का ओमेगा-3 अलसी से बेहतर क्यों होता है?

मछली और अलसी दोनों ही ओमेगा-3 फैटी एसिड के अच्छे स्रोत हैं, लेकिन मछली का ओमेगा-3 शरीर के लिए अधिक फायदेमंद और प्रभावी होता है। इसके पीछे मुख्य रूप से तीन कारण हैं:


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1. ओमेगा-3 के प्रकार में अंतर

मछली में मौजूद ओमेगा-3 (EPA और DHA)

मछली में EPA (Eicosapentaenoic Acid) और DHA (Docosahexaenoic Acid) होते हैं, जो हृदय, मस्तिष्क और संपूर्ण शरीर के लिए सीधे फायदेमंद होते हैं।

यह हमारे शरीर में जल्दी अवशोषित (Absorb) हो जाता है और तुरंत काम करता है।


अलसी में मौजूद ओमेगा-3 (ALA - Alpha-Linolenic Acid)

अलसी में ALA (Alpha-Linolenic Acid) होता है, जिसे शरीर को पहले EPA और DHA में बदलना पड़ता है।

यह परिवर्तन बहुत कम मात्रा में (लगभग 5-10%) ही हो पाता है, जिससे इसका लाभ सीमित हो जाता है।




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2. शरीर में अवशोषण (Absorption) की क्षमता

मछली से प्राप्त ओमेगा-3 सीधे उपयोग के लिए उपलब्ध होता है, जबकि अलसी से मिलने वाला ओमेगा-3 पहले शरीर में बदलना पड़ता है।

मछली के ओमेगा-3 का अवशोषण 90% तक होता है।

अलसी से मिलने वाले ALA का केवल 5-10% ही EPA/DHA में परिवर्तित हो पाता है।



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3. हृदय और मस्तिष्क के लिए ज्यादा फायदेमंद

EPA – यह सूजन (Inflammation) कम करता है, जिससे हृदय स्वस्थ रहता है और जोड़ों का दर्द भी कम होता है।

DHA – यह मस्तिष्क, आँखों और तंत्रिका तंत्र (Nervous System) के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।


अलसी में केवल ALA होता है, जिसे पहले EPA/DHA में बदलना पड़ता है, इसलिए हृदय और दिमागी सेहत के लिए मछली का ओमेगा-3 ज्यादा प्रभावी होता है।


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निष्कर्ष

अगर आप शाकाहारी हैं, तो अलसी, चिया सीड्स और अखरोट अच्छे विकल्प हैं, लेकिन आपको ज्यादा मात्रा में लेना पड़ेगा।

अगर आप मांसाहारी हैं, तो मछली सबसे अच्छा स्रोत है क्योंकि यह शरीर में सीधे EPA और DHA प्रदान करती है।

अगर मछली नहीं खा सकते, तो फिश ऑयल या अल्गल ऑयल सप्लीमेंट्स भी लिए जा सकते हैं।


इसलिए, मछली का ओमेगा-3 ज्यादा असरदार और जल्दी अवशोषित होने वाला होता है, जबकि अलसी का प्रभाव सीमित रहता है।

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