हेल्लो फ्रेंड्स, नमस्कार,
आज के PASE मीटिंग में आप सभी का स्वागत है। PASE मीटिंग हमारे लीडरशिप का विकास करने का एक छोटा पर बहुत ही महत्यपूर्ण इवेंट है।
मुझे उम्मीद है आज के मेरे विषय से आप सभी को लाभ मिलने वाला है। आज का मेरा विषय फॉलो अप कैसे करे और क्या फोकस करे।
फॉलो अप का मतलब पुनः मिलना , ४८ घंटे में नए लोगो से सम्पर्क करना चाहिए।
फॉलो अप का उद्देश्य लोगो की ज़रूरत को समझना और उन्हें सही समाधान उपलब्ध कराना।
फॉलो-अप करते समय हमे सवाल पूछने का विशेष ध्यान रखना चाहिए। सुनने की आदत आपको लीडर बनाता है।
फॉलो-अप करते समय हमे सवाल पूछने का विशेष ध्यान रखना चाहिए। सुनने की आदत आपको लीडर बनाता है।
मछली को पकड़ना है तो काटे में क्या लगाएंगे, जो आपको पसंद है, या जो मछली को पसंद है। अगर आप काटे में रसगुल्ला लगाते है, तो मछली कभी नही आएगी।
लोगो के पास उनकी समस्या है, और हमारे पास समाधान है, ये मेरा विश्वास है।
सवाल पूछने का कुछ उदहारण :
फॅमिली में आपके कौन कौन रहता है।
बच्चे कौन कौन सी क्लास में है।
कितना साल हो गया इस सर्विस में।
इसके पहले आप क्या करते थे।
भविष्य के बारे में आप क्या सोचते है।
सेकंड इनकम के बारे में आपकी क्या राय है।
नई ट्रेंड , वर्क फ्रॉम होम , इससे आप क्या समझते है।
डायरेक्ट सेल्लिंग इंडस्ट्री के बारे में क्या राय
डायरेक्ट सेल्लिंग इंडस्ट्री में किसी सफल व्यक्ति से मिले है।
डायरेक्ट सेल्लिंग इंडस्ट्री में किसी सफल व्यक्ति से मिले है।
न्यूट्रीशन के बारे में आपकी क्या राय है।
क्या आप अपने फॅमिली के हर लोगो का व्यक्तित्व निर्माण चाहते है।
FOLLOW UP का उद्देश्य :
क्या आप अपने फॅमिली के हर लोगो का व्यक्तित्व निर्माण चाहते है।
FOLLOW UP का उद्देश्य लोगो का डर , उनका भय, उनकी शंका को दूर करना , फॉलो अप का उदेश्य क्या होता है। उनकी ज़िन्दगी को समझना, उनकी ज़रूरत को समझना,और उन्हें विश्वास दिलाना की वो आपके साथ पार्टनरशिप में वो सब चीज़े प्राप्त कर सकते है। अपने विज़न को विश्वास में बदलना और फिर नए लोगो को मन्ज़िल तक पहुचने का सही सही रास्ता दिखाना।
फॉलो-अप किसका किसका होना चाहिए।
अपने कस्टमर्स को प्रोडक्ट्स देने के बाद
एमवे बिज़नेस में हमे अपने कस्टमर्स का फॉलो अप होना चाहिए। एक बार जब हम उन्हें प्रोडक्ट देते है , तो दो तीन दिन में फॉलो अप कॉल कर ले और प्रोडक्ट से किस तरह लाभ पहुंच रहा है , उनसे जानकारी ले ले। उसके बाद हमे संभावित समय अपने डायरी में लिख लेना चाहिए की पुनः हम इनसे कितने दिन में बात करे , ताकि उन्हें जब पुनः आर्डर करना पड़े, हमारी सेवा उपलब्ध हो ।
नए लोग जिन्हे टेक्नो पैक से वीडियो लिंक भेजा है।
जब हम नए लोगो को टेक्नो पैक से वीडियो लिंक भेजते है ,तो फिर उनसे पुनः सम्पर्क करना सबसे ज़रूरी एक्टिविटी है। आप उनसे व्हाट्सअप मैसेज से भी फॉलो अप कर सकते है। आपको जो वीडियो लिंक मैंने भेजा था , उम्मीद है अपने देख लिया होगा। मुझे आपका अनुभव आपका फीडबैक जानना है। मैं आपको आज शाम को फ़ोन करूँगा।
हो सकता है आपके मैसेज पर वो मौन रहे। आप उन्हें फ़ोन करे , हो सकता है , वो फ़ोन उठाये या हो सकता है वो फ़ोन न उठाये। अगर वो फ़ोन नहीं उठाते है तो खबराए नहीं, अभी वो आपसे घबरा रहे है, क्या बोलू, मैं तो अभी सुना नहीं हु।
आप दूसरा मैसेज भेजिए , अगर
नए कैंडिडेट जिन्हे हमने प्लान दिखाया है |
लिंक भेज कर प्लान दिखाना आना चाहिए। अब आप इंतज़ार न करे की जब लॉक डाउन खत्म होगा तब हम उनके घर जा कर प्लान दिखाऊंगा।
लिंक भेजकर ज़ूम मीटिंग में प्लान दिखाना एक आदत बननी चाहिए। हम किस तरह शेयर स्क्रीन करे और पीडीऍफ़ से बिज़नेस प्लान और हेल्थ प्लान दिखाए।
ऑनलाइन ही उनसे सवाल पूछ कर एमवे के रिवार्ड्स से परिचित कराये। फॉलो अप में उन्हें भविष्य में उन्हें और उनके फॅमिली को क्या क्या मिल सकता है , उसको हाईलाइट करे। फॉलो अप में मेंटरशिप प्रोग्राम के बारे में अवश्य बताये। लिगेसी इनकम के बारे में ज़रूर बताये। स्किल इंडिया के अंतर्गत भारत सरकार एमवे के एड्स को ट्रेनिंग कर के सर्टिफिकेट उपलब्ध करा रहा है। स्कूल में १२वी क्लास के कॉमर्स के विद्यार्थी को डायरेक्ट सेल्लिंग बिज़नेस में एमवे को पढ़ाया जा रहा है।
US में पिछले 6 साल में 20% मिलियनेयर एमवे कांसेप्ट ने पैदा किया है।
नए डाउन लाइन से :
अपने नए डाउन लाइन से हर दिन शाम को बातचीत करे और उनको सही मार्गदर्शन करे। अगर बड़े लेवल का लीडर है तो हफ्ते में दो बार , या 15% लीडर या सिल्वर है तो सप्ताह में एक बार। रिव्यु मीटिंग की एक आदत होनी चाहिए। हम जब अपने लोगो से संवाद करते है तो हम एक दूसरे से ऊर्जा लेते है।एक दूसरे का हौसला बढ़ता है। उद्ममी का काम होता है वो देखे की उसके टीम में हर लोग गोल सेट कर के काम कर रहे है और एक दूसरे का हौसला बढ़ा रहे है।
इन्ही बातों के साथ मैं अपनी बातों पर विराम लगाता हु।
फॉलो-अप किसका किसका होना चाहिए।
अपने कस्टमर्स को प्रोडक्ट्स देने के बाद
एमवे बिज़नेस में हमे अपने कस्टमर्स का फॉलो अप होना चाहिए। एक बार जब हम उन्हें प्रोडक्ट देते है , तो दो तीन दिन में फॉलो अप कॉल कर ले और प्रोडक्ट से किस तरह लाभ पहुंच रहा है , उनसे जानकारी ले ले। उसके बाद हमे संभावित समय अपने डायरी में लिख लेना चाहिए की पुनः हम इनसे कितने दिन में बात करे , ताकि उन्हें जब पुनः आर्डर करना पड़े, हमारी सेवा उपलब्ध हो ।
नए लोग जिन्हे टेक्नो पैक से वीडियो लिंक भेजा है।
जब हम नए लोगो को टेक्नो पैक से वीडियो लिंक भेजते है ,तो फिर उनसे पुनः सम्पर्क करना सबसे ज़रूरी एक्टिविटी है। आप उनसे व्हाट्सअप मैसेज से भी फॉलो अप कर सकते है। आपको जो वीडियो लिंक मैंने भेजा था , उम्मीद है अपने देख लिया होगा। मुझे आपका अनुभव आपका फीडबैक जानना है। मैं आपको आज शाम को फ़ोन करूँगा।
हो सकता है आपके मैसेज पर वो मौन रहे। आप उन्हें फ़ोन करे , हो सकता है , वो फ़ोन उठाये या हो सकता है वो फ़ोन न उठाये। अगर वो फ़ोन नहीं उठाते है तो खबराए नहीं, अभी वो आपसे घबरा रहे है, क्या बोलू, मैं तो अभी सुना नहीं हु।
आप दूसरा मैसेज भेजिए , अगर
नए कैंडिडेट जिन्हे हमने प्लान दिखाया है |
लिंक भेज कर प्लान दिखाना आना चाहिए। अब आप इंतज़ार न करे की जब लॉक डाउन खत्म होगा तब हम उनके घर जा कर प्लान दिखाऊंगा।
लिंक भेजकर ज़ूम मीटिंग में प्लान दिखाना एक आदत बननी चाहिए। हम किस तरह शेयर स्क्रीन करे और पीडीऍफ़ से बिज़नेस प्लान और हेल्थ प्लान दिखाए।
ऑनलाइन ही उनसे सवाल पूछ कर एमवे के रिवार्ड्स से परिचित कराये। फॉलो अप में उन्हें भविष्य में उन्हें और उनके फॅमिली को क्या क्या मिल सकता है , उसको हाईलाइट करे। फॉलो अप में मेंटरशिप प्रोग्राम के बारे में अवश्य बताये। लिगेसी इनकम के बारे में ज़रूर बताये। स्किल इंडिया के अंतर्गत भारत सरकार एमवे के एड्स को ट्रेनिंग कर के सर्टिफिकेट उपलब्ध करा रहा है। स्कूल में १२वी क्लास के कॉमर्स के विद्यार्थी को डायरेक्ट सेल्लिंग बिज़नेस में एमवे को पढ़ाया जा रहा है।
US में पिछले 6 साल में 20% मिलियनेयर एमवे कांसेप्ट ने पैदा किया है।
नए डाउन लाइन से :
अपने नए डाउन लाइन से हर दिन शाम को बातचीत करे और उनको सही मार्गदर्शन करे। अगर बड़े लेवल का लीडर है तो हफ्ते में दो बार , या 15% लीडर या सिल्वर है तो सप्ताह में एक बार। रिव्यु मीटिंग की एक आदत होनी चाहिए। हम जब अपने लोगो से संवाद करते है तो हम एक दूसरे से ऊर्जा लेते है।एक दूसरे का हौसला बढ़ता है। उद्ममी का काम होता है वो देखे की उसके टीम में हर लोग गोल सेट कर के काम कर रहे है और एक दूसरे का हौसला बढ़ा रहे है।
इन्ही बातों के साथ मैं अपनी बातों पर विराम लगाता हु।
आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद।
मेरी शुभकामनाये।
अब रुकना नही है।
सवाल : ( इन सवालों का जवाब लिख कर अपना नोट्स तैयार कर ले )
1. फॉलो अप से आप क्या समझते है।
2. फॉलो-अप कितने घंटे में होना चाहिए।
3. फॉलो-अप में किन बातो का ध्यान रखना चाहिए।
4. फॉलो अप हमे किन किन स्थिति में करना चाहिए।
5. उस में डायरेक्ट सेल्लिंग की एक सफलता का उदहारण दीजिये।
सवाल : ( इन सवालों का जवाब लिख कर अपना नोट्स तैयार कर ले )
1. फॉलो अप से आप क्या समझते है।
2. फॉलो-अप कितने घंटे में होना चाहिए।
3. फॉलो-अप में किन बातो का ध्यान रखना चाहिए।
4. फॉलो अप हमे किन किन स्थिति में करना चाहिए।
5. उस में डायरेक्ट सेल्लिंग की एक सफलता का उदहारण दीजिये।
6. उद्ममी का मुख्य काम क्या होता है।
7. नए डाउन लाइन से हमे कब बात करना चाहिए।
7. नए डाउन लाइन से हमे कब बात करना चाहिए।
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