मै हमेशा सच बोलता हूं ।
मैं हमेशा दूसरों के बारे में अच्छा सोचता हूँ ।
मैं हर दिन कुछ नया सीखता हूँ।
मैं हमेशा अपने जीवन के लिए जिम्मेवार हूँ ।
मैं हमेशा जो कहता हूं, वो करता हूँ ।
मैं हमेशा अपने आप पर विश्वास करता हूँ।
मैं हमेशा अपने बड़ो का आदर करता हूँ ।
मैं हमेशा अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखता हूँ ।
मैं जब कोई कमिटमेंट करता हूँ, तो उसको पूरा करता हूँ ।
जो मैं सोच सकता हूँ, वो सब मैं कर सकता हूँ ।
मेरे लिए कुछ भी नामुमकिन नही है, सब कुछ मुमकिन है।
मुझे खुद की काबलियत पर पूरा विश्वास है ।
मैं अपने जीवन के चुनोतियाँ पर नियंत्रण बना सकता हूँ।
रोज जब सुबह मैं कुछ अच्छा सुनता हूँ, अच्छा देखता हूँ, और अच्छा बोलता हूं, तो मेरा पूरा दिन अच्छा होने की संभावना बढ़ जाती है ।
मेरा ये मानना है कि मेरे साथ जो कुछ भी होता है, वो अच्छे के लिए होता है।
मैं मुश्किलों को अवसर की तरह देखता हूँ।
आज जो चुनौतिया मेरे सामने आने वाली है, उसका सामना करने के लिए मैं पूरी तरह से तैयार हूं।
ये जिंदगी मेरे लिए एक खेल की तरह है, और मैं इस खेल का पक्का खिलाड़ी हूँ।
मुझे हार या जीत से कोई फर्क नही पड़ता है।
आज जो कुछ भी मेरे पास है, और जो लोग मेरे साथ है, मैं अपने पूरे दिल से शुक्रगुज़ार हूँ ।
पूरे ब्रह्मांड की सारी शक्तियां मेरे साथ है, और मेरे अंदर पूरा का पूरा भंडार है ।
जो भी मैं सोच सकता हूँ, वो सब मैं कर सकता हूँ ।
आज का ये दिन , मेरे आने वाली जिंदगी का पहला दिन है ।
मेरा हर महीने 2 तारीख को 10000 gpv हो रहा है।
मेरे 4 लेग के लीडर अपने टीम की 2 तारीख में 2500 gpv करना सीख रहे है।
मेरे 4 लेग में 20 प्लानर की टीम बन रही है ।
मैं अपनी पत्नी के साथ हर साल विदेश यात्रा क्वालीफाई कर रहा हूँ ।
मेरे हर लेग में हर लीडर अपने स्पीच पैटर्न को बेहतर कर रहे है।
मेरे टीम में हर लीडर 100% यूजर है। जो नही है, वो जल्दी हो जायेगे।
मेरे टीम में हर लीडर एडिफिकेशन सिद्धान्त को उपयोग कर रहे है।
एडिफिकेशन सिद्धान्त से हमारे टीम में जबरदस्त यूनिटी पैदा हो रही है।
मेरे टीम में हर लीडर हर महीने अपने गोल को लिख कर काम कर रहे है।
मेरे टीम में हर लीडर अपने अपलाइन से अपने गोल पर काउंसलिंग करते है।
रख हौसला वो मंज़र भी आएगा
प्यासे के पास चलकर समंदर भी आएगा
थक कर न बैठ ये मंजिल के मुसाफिर
मंजिल भी मिलेगी,
और मिलने का मज़ा भी आएगा।
मैं अकेला ही चला था जानिबे मंज़िल मगर, लोग आते गए और कारवां बनता गया ।
हम जब कभी किसी के लिए अच्छा कर रहे होते है।
तब हमारे लिए भी कही कुछ अच्छा हो रहा होता है।
वक्त, हालात, मौसम कैसे भी हो, तू लड़ना सीख, तू चलना सीख, तू आगे बढ़ना सीख ।
जिंदगी समझनी है तो पीछे देखो, और जीनी है तो आगे देखो।
जीवन में कोई लक्ष्य न होने पर, आप जिंदगी को जीवन के मैदान में इधर उधर दौड़ते हुए बिता देंगे, पर एक भी गोल नही कर पाएंगे ।
जीवन मे बिना किसी लक्ष्य के इंसान भटकता रहता है, कभी उसे मंजिल नही मिलती।
मीलों की यात्रा एक कदम के साथ ही शुरुआत होती है।
बहाने बनाने वाले लोग अक्सर अपने लक्ष्य से नही मिल पाते है।
त्रासदी ये नही की आप गोल अचीव नही कर पाए, त्रासदी ये है कि आप कभी गोल ही नही बना पाए ।
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