Friday, 22 July 2022

एम्वे का परफॉरमेंस कमीशन चार्ट कैसा होता है ?

एम्वे का परफॉरमेंस कमीशन चार्ट कैसा होता है ?

एम्वे का परफॉर्मेंस कमीशन चार्ट इस प्रकार होता है। 
3 का पहाडा याद कर लेंगे तो चार्ट याद हो जाएगा।
 3% - 200 PV यानी 20000 रुपये
 6% - 600 PV ,, 60000 रुपये
 9% - 1200 PV ,, 1.20 लाख रुपये
12% - 2400 PV ,, 2.40 लाख रुपये
15% -  4000 PV ,, 4 लाख रुपये
18 % - 7000 PV ,, 7 लाख रुपये
21% - 10000 PV ,, 10 लाख रुपये

हमे अपना मंथली वॉल्यूम और पिन का गोल सेटिंग इसी आधार पर करना होता है, और अपने टीम में भी यही सिखाना होता है।

क्या एम्वे जॉइन करने के बाद किसी प्रकार की समान खरीदने की बाध्यता होती है ?

बिज़नेस है तो समान खरीदने की बात तो होनी है है , पर समान खरीदने की कम्पनी के तरफ से कोई बाध्यता नहीं होती है। केवल 3 PC रूल के नियम को पालन करना अनिवार्य होता है , जिसे मैंने पहले समझाया है। पर अपने बिज़नेस की प्लानिंग के लिए हम  लोग खुद का कम से कम 1500 का समान खरीदना  का अनुशासन  बना ले। इससे ज्यादा आप जितना चाहे और आर्डर कर सकते है पर 1500 का अनुशासन हमेशा याद रखे और अपने टीम में भी लोगो के माइंड में ट्रांसफर कर दे । 
दूसरा काम 10 कस्टमर को 1500 रुपये का कस्टमर बनाना। ये आपके प्रोडक्ट ज्ञान पर निर्भर करेगा, जो हर व्यक्ति के लिए सम्भव है। इस प्रकार 10 कस्टमर को 1500 यानी 15000 का वॉल्यूम की प्लानिंग करना हर ADSP की जिम्मेवारी है। 
ड्रीम्स और गोल्स को आपके अनुसाशन की ज़रूरत होती है। 

जब आपके टीम में लोग जिम्मेवारी ले कर अपना बिज़नेस समझ कर काम करते है, तो इसे कंपाउंडिंग या मल्टीप्लिकेसन या डुप्लीकेशन या लिवरेजिंग कहते है। हर बिज़नेस मैन या व्यापारी चाहता है कि उसके दुकान या उसकी कंपनी का माल ज्यादा से ज्यादा सेल हो ताकि बड़ी सफलता प्राप्त अर्जित की जा सके। ये कंपाउंडिंग का अवसर हमे एमवे बिज़नेस में मिलता है।  हमे भी अपने टीम में सेल्स  बढ़ाने की योजना पर लगातार एक बिज़नेस मैन की तरह काम करना है।

30 डेज क्राइटेरिया/एनुअल सेल्स क्राइटेरिया :

30 डेज क्राइटेरिया : 
30 दिनों में एक ADR को अपना कम से कम 1500 का समान खरीदना अनिवार्य होता है । अगर 30 दिनों में इन्होंने अपना 1500 का ऑर्डर नहीं किया , तो इनका स्पॉन्सरिंग का अधिकार वापस ले लिया जाता है, और वे PC बन जाते है.
जब हम किसी को जॉइन कराते है, तो उन्हें पहले ये अवश्य बता दे और इनका फालो अप लेते रहे जब तक की इनका 30 डेज सेल्स क्राइटेरिया पूरा  न हो जाए ।

एनुअल सेल्स क्राइटेरिया : 
 साल फर में आपको 10000 का वॉल्यूम करना अनिवार्य होता है। न्यूनतम 5000 अपने PC से और बाकी अपने पर्सनल नंबर यानी ADSP नंबर पर। आप चाहे तो पूरा 10000 का आर्डर अपने PC से भी कर सकते है, इसे हम एनुअल सेल्स क्राइटेरिया कहते है। अगर आप का ADSP नंबर 10000 का वार्षिक वॉल्यूम नही करता है तो आप PC में कन्वर्ट हो जायेगे।

तीन PC रूल क्या है ?

तीन PC रूल क्या है ?

3 PC रूल में ADSP बनने के बाद परफॉरमेंस इंसेंटिव या डिफरेंशियल इनकम के लिए 3PC का आर्डर करना अनिवार्य होता है। किसी भी अमाउंट का आप आर्डर कर सकते है अपने तीनों PC से , इसमें कोई बाध्यता नही होती है।
अगर आपका 3 PC से ऑर्डर नही होता है , तो आपको  डिफरेंशियल इंकम नहीं आता है । इसे ही 3 PC रूल कहा जाता है।

ADR से ADSP बनने का नियम ।

एक ADR को ADSP बनने के लिए 30 दिनों में अपने 1 PC से Rs 1500 का आर्डर करना अनिवार्य होता है, उसके बाद ऑनलाइन छोटा सा ट्रेनिंग और असेसमेंट टेस्ट होता हैं, ततपश्चात आपको ADSP,  या डिस्ट्रीब्यूटरशिप का पूरा अधिकार मिल जाता है। आपका एमवे बिजनेस में एक पार्टनरशिप की हैसियत हो जाती है ।

एम्वे में ADR प्रोडक्ट खरीदता है तो उसे कौन कौन सा कमीशन आता है ?

एम्वे में ADR प्रोडक्ट खरीदता है तो उसे कौन कौन सा कमीशन आता है ?

तीन कमीशन केवल समान खरीदने में आपको मिलता है।
1. रिटेल डिस्काउंट MRP पर 8% की छूट मिलती है।
2. ट्रेड डिस्काउंट 8% कैश आपके एकाउंट में आएगा।
3. कस्टमर के खरीदी पर CSI कस्टमर सेल्स इंसेंटिव 5% कैश एकाउंट में आता है।

छुट और कमीशन  कुल मिलाकर 21% का बिज़नेस लाभ मिलता है। और मंथली ऑफर्स का लाभ अलग से जो 10 से 20% तक मिल जाता है।

एम्वे में PV/BV रेश्यो क्या होता है। भारत मे PV/BV रेश्यो क्या है ?
PV / BV रेश्यो ये बताता है कि आप एमवे को जो पैसा देते है, प्रोडक्ट खरीदने में, उसमे कमीशन और टैक्स किस तरह बटता है ।
भारत मे 1 PV = RS 105, 1 BV = RS 85, हम कम्पनी को 105 रुपये देते है, कम्पनी 85 रुपये पर कमीशन देती है और 20 रुपये सरकार को टैक्स के रूप में जाता है ।

हमे कमीशन BV में मिलता है, बाकी 20% टैक्स के रूप में भारत सरकार के खाते में जाता है।
क्योंकि एम्वे एक ग्लोबल बिज़नेस है, 108 देशों में कार्यरत है, अलग अलग देशों की अलग अलग करेंसी होती है। इसलिए PV एम्वे की कॉमन करेंसी है। एम्वे के हर प्रोडक्ट की कीमत PV में तय होती है, और इसका विनिमय दर के हिसाब से अलग अलग देशों में अपनी मुद्रा से गणना कर ली जाती है।

एम्वे बिज़नेस जॉइन हम किस प्रकार कर सकते है ?

एम्वे बिज़नेस जॉइन हम किस प्रकार कर सकते है ?

एम्वे बिज़नेस हम 3 प्रकार से जॉइन कर सकते है। 
PC, ADR, ADSP
PC का मतलब प्रिफर्ड कस्टमर, 
ADR का अर्थ है एम्वे डायरेक्ट रिटेलर, 
ADSP का अर्थ है, एम्वे डायरेक्ट सेलर पार्टनर।

PC केवल 8% डिस्काउंट में समान ले सकता है। और उसे 100 रुपये में 1 लॉयल्टी पॉइंट मिलता है। PC को कमीशन नही मिलता है।
ADR को डिस्काउंट के साथ PC स्पांसर करने का अधिकार भी मिलता है, और कमीशन अर्जित करने का अवसर भी मिलता है।
ADSP को डिस्काउंट के साथ PC और ADR दोनों स्पांसर करने का अवसर मिलता है।

Wednesday, 20 July 2022

Nutrition गैप से आप क्या समझते है

न्यूट्रिसन गैप किसे कहते है ? शरीर मे न्यूट्रिशन गैप से क्या प्रभाव पड़ता है। न्यूट्रिशन गैप पर हम किस तरह नियंत्रण बना सकते है।

Nutrition हमे  भोजन से ही प्राप्त होता है । पर आज हमारे खेत  में वो पोषक  तत्व नहीं है जो पहले कभी हुआ करता था । आज कृत्रिम तरीके से खेती हो रहीं है. 
हम भोजन तो खा रहे हैँ, पर वो पोषक तत्व नहीं मिल रहा है, जो पहले कभी मिलता था. 
हमे रोज RDA मात्रा  मे पोषक तत्व चाहिए, अगर उतना नही मिलेगा,  तो हमारे शरीर में न्यूट्रिशन गैप बनना शुरू हो जाता है । 

आज की जीवन शैली के कारण न्यूट्रिसन गैप हमारे शरीर मे हर दिन बढ़ता जा रहा है। 90% बीमारियां आज जो हम देख रहे है पोषक तत्वों की कमी से हो रही है। जिसे हम लाइफ स्टाइल डिस्ऑर्डर भी कह्ते है .
पोषक तत्व की कमी से हमारे शरीर की IMMUNITY प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है , और ये हमारे बीमार होने का मुख्य कारण होता है. 

न्यूट्रिशन गैप पर नियंत्रण हम डाइटरी सप्लीमेंट या फूड  सप्लिमेंट्स से बना सकते है।
NUTRILITE कम्पनी ने विशेष पोषक तत्व RDA मात्रा में तैयार किया है ताकि हम वैज्ञानिक तरीके से अपने न्यूट्रिशनल गैप पर नियंत्रण बना सके, और एक स्वस्थ जीवन शैली अपने परिवार और अपने  कस्टमर को दे सके और  समाज मे  फ़ूड सप्लीमेंट की जागरुकता  ला सके। 
न्यूट्रिशनल गैप पर नियंत्रण बना कर स्वस्थ जीवन शैली अपनाना एक स्मार्ट पसन्द है.  डॉक्टर और हॉस्पिटल से दूर रहने का एक यही रास्ता है, की हम फूड सप्लिमेंट्स  को अपने जीवन का हिस्सा बना ले ।

Health Principle ...EARN स्वस्थ जीवन का सिद्धांत Hindi

   ( प्लान  हमेशा INTER-ACTIVE होना चाहिए...दोनों तरफ से बातचीत होनी चाहिए ) ।

HEALTH IS WEALTH PRINCIPLE ( हेल्थ इस वेल्थ ) ये एक विज्ञान है   (  It is a science ) . 

आप  में से  कितने लोग स्वस्थ रहना चाहते  है....
( Sickness industry vs Wellness industry )
कितने लोग दूसरों को स्वस्थ रहने में सहयोग करने की इच्छा रखते हैं ....
आज मैं  आपको स्वस्थ जीवन का एक बहुत ही महत्पूर्ण सूत्र देने जा रहा हूं । तैयार है आप लोग.

आज के इस मीटिंग के बाद आप अपने परिवार के स्वास्थ्य की देखभाल अच्छी तरह रख पायेगे :

कितने लोग अपना और अपने परिवार का अच्छा स्वास्थ्य चाहते  हैं । 

कितने लोग यहा कुछ नयी चीज सीखना चाहते है ।

कितने लोग इस कहावत  को पहले सुने है ।

"Health is Wealth" ( हेल्थ इस वेल्थ )
and 
"Prevention is better than Cure
( पृवेनसन इस बेटर देन कीयोर ) .... इससे आप क्या समझते है :

स्वास्थ्य हमारे सच्ची दौलत है 
              /
इलाज से बेहतर सावधानी है 

छाता का उपयोग करना, हेल्मेट का उपयोग करना, सावधानी बरतना हैं,  अगर आपका एक्सीडेंट हो गया , सिर से खून निकल रहा हैं  तो आपको फर्स्ट ऐड लेने के लिये हॉस्पिटल या डॉक्टर के पास जाना होगा, उसके बाद फिर हेल्मेट को लगा कर चलने की आदत बनानी होगी...सहमत हैं मुझसे,

कितने लोग छाता  का उपयोग करते हैँ, कितने लोग हैलमेट का उपयोग करते हैं, ये काम सावधानी बरतने वाला काम है. हाँ या ना।
इसी प्रकार EARN का सिद्धांत का पालन सावधानी लेने वाला काम है .

Preventive साइंस,  curative साइंस से सस्ता होता है. 

Maintenance कॉस्ट , ब्रेक डाउन कॉस्ट से हमेशा सस्ता  
पड़ता है .

एक और कहावत बहुत सामान्य है : 

" Our Body is like a machine" 

 "हमारा शरीर एक मशीन की तरह है" ।

जिस तरह हमे अपने मशीन का ध्यान रखना पड़ता है, उसी तरह हमे अपने शरीर का देखभाल रखना पड़ेगा एक स्वस्थ जीवन के लिए..

We are what we eat... हम वही हैं  जो हम  रोज खाते है. 
इसे अच्छे से समझने के लिए हमे EARN सिद्धांत को विस्तार से समझना होगा ...

हमारे शरीर के रखरखाव का सिद्धांत....EARN सिद्धांत । 

EARN से आप क्या समझते है ।

EARN का मतलब कमाना होता है . पैसा कमाने के लिए हम EARN शब्द का उपयोग किया जाता है । 

पर अब हम अपने स्वास्थ को भी EARN सिद्धांत से कमा सकते है. अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते है, बीमारियों पर अनावश्यक खर्च से बच सकते है.
हम किस तरह EARN सिद्धांत से अपने पैसे बचा सकते है ।

EARN सिद्धान्त को अब हम थोड़ा विस्तार से समझते है। 

E = Exercise,  A= Attitude, R=Rest, 
N= Nutrition

इस सिद्धांत को हमे अपनी रोज की आदत बनानी है.
 
E ..EXERCISE हर रोज 30 मिनट करना चाहिए। ताकि आपके शरीर से पसीना निकलना शुरू हो जाता है। आपके शरीर की छिद्र  खुल जाते है, जो स्वस्थ जीवन के लिए ज़रूरी है। 

पसीने से हमारेे शरीर के केमिकल्स बाहर आते। शरीर के टॉक्सिन्स बाहर आते है। Exercise हमारा metabolic रेट बढ़ा देता हैं। शरीर को detoxify करने मे मदद करता है ।

Exercise हमारे शरीर मे एंजाइम और हार्मोन्स का संतुलन  बनाये रखने में मदद करता है। 
बहुत सारी लाइफ स्टाइल बीमारियाँ से बचाव करता है । 

जो व्यक्ति डेली  एक्सरसाइज नहीं करता है, उसे thyroid, ब्लड प्रेशर, diabetes , ओबेसिटी , कार्डियो वसकुलर disease एवं अन्य बीमारियों से जुझना पड़ता है ।

एटीट्यूड से आप क्या समझते है, और हमे ये स्वस्थ रहने में किस तरह मदद करता है ?

A .. ATTITUDE ,मतलब हमारी सोच। हमारे शरीर मे कई ग्रंथियां होती है,जिसे हमारा सोच  नियन्त्रित करता हैँ । जिनके रसाव से हम स्वस्थ रहते है या अस्वस्थ होते है। हमारे ग्रंथियां का रसाव हमारे सोच पर निर्भर करती है। 

अगर हम पॉजिटिव सोचते है, हमारे ग्रंथियां से केमिकल का रसाव हमे स्वस्थ रखते है। 
अगर हम नेगेटिव सोचते है तो हमारे ग्रन्थियां का रसाव हमे बीमार, और हमे जल्दी बुढ़ापे की तरफ ले जाते है।

जॉब में तनाव बहुत सामान्य बात हो गयी है। आज जीवन मे तनाव बहुत अधिक है ..
और इसलिए आज लाइफ स्टाइल डिसऑर्डर बहुत  सामान्य बात है।

6 से 8 घण्टा आराम करना रोज क्यो ज़रूरी है ?

R ..REST 

हमारे शरीर का पूरे तरीके से मेंटेनेंस ठीक तरीके से हो सके इसलिए हम दिन में 6 से 8 घण्टा नींद ( आराम ) करना चाहिए।  

जब हम 6 से 8 घण्टा नींद  पुरा करते है तो इसी समय हमारे शरीर का पूरा पूरा डिटॉक्सीफिकेशन और मेंटीनेंस होता 
 है। 
और हम एक स्वस्थ जीवन शैली को अपना सकते है। इसलिए 24 घन्टे मे कम से कम 6 घन्टा नींद होना बहुत जरूरी है.

न्यूट्रीशन क्या होता है, और ये हमे स्वस्थ रहने में किंस तरह मदद करता है ?

N..NUTRITION.. 

हम जो भोजन खाते है, उससे हमे पोषक तत्व या न्यूट्रीशन प्राप्त होता है, जो हमे स्वस्थ रखने में मदद करता है।     

पोषक तत्व हमे फल और सब्जियां से मिलता है .
पहले फल और  सब्जियों से  जूस निकाला जाता है, 
फिर उसे पाउडर और फिर टेबलेट फॉर्म में लाया जाता है, 

हमे न्यूटिशन टेबलेट के फॉर्म में मिलता है, जिसे हम फ़ूड सप्लीमेंट कहते है। 

WHO का इस सम्बन्द्ध में एक गाइड लाइन है।

हम सभी को पोषक तत्व RDA मात्रा में रोज लेना चाहिए। Recommended Daily Amount , ये वो मात्रा है, जिसे हमे अपने बॉडी को रोज देना चाहिए, ताकि किसी भी पोषक तत्व की कमी हमारे शरीर मे न हो।
120 प्रकार की बीमारी हमारे शरीर मे किसी न किसी पोषक तत्व की कमी से हो सकती है।

कॉमन हेल्थ डिस्ऑर्डर रिलेटेड टु हीयुमन बॉडी और उसका समाधान न्यूट्रीशन / हेल्थ सप्लिमेंट्स से 

Hair Health

Biotin cherry PLUS, Protein, Omega 3, calcium.

ब्रेन हेल्थ Brain Health : Omega 3, ओमेगा 3,  मल्टी  विटामिन & मल्टी-मिनरल   ( Daily Nutrilite ), 

विजन हेल्थ ( Vision Health ) : Billberry with Lutein, Omega 3 , Multi Carotene

Respiratory हेल्थ : Vasaka, Tulsi,  Echnicea plus, Vitamin C, 

ओरल हेल्थ ( Oral Health ) : Vitamin C, Natural B

Thyroid हेल्थ : Natural B, Vitamin C

हार्ट हेल्थ Heart Health: CH Balance, Omega 3, Garlic , Co Q 10 

GI Health  ( Gaestro intestinal Health) /  Gut Health  ..Pre & pro Biotic, fibre , AVH

लिवर हेल्थ Liver Health : Milk Thistle plus, Natural B, Amla ki

बोन हेल्थ Bone Health  : Cal mag D, Vit D, Love your Bones,

Joint हेल्थ : Glucosamine HCL with Boswellia, Omega 3

Kidney Health (High Uric Acid ): Nat B, Omega 3

Immunity Health: Vasaka, Vitamin C, Protein, chyawanprash,  Tulsi 

Glucose Health ( Diabetes  ) : Madhunasni,  Natural B

Skin Health: APP Protein, Biotin, Artistry, Attitude.


Regards.