Thursday 9 September 2021

WHY SUPPLEMENTATION IS IMPORTANT FOR HEALTHY LIVING ( HINDI )

सप्लीमेंट्स की ज़रूरत पहले नही थी पर आज है, इसका मुख्य कारण समझना बहुत ज़रूरी है। वो है, हमारा आधुनिक जीवन शैली।

आधुनिक जीवन शैली से आप क्या समझते है ?

आधुनिक जीवन सैली हमारे रहन सहन , खान पान , यहाँ तक की जीवन में  तनाव को बहुत अधिक  बढ़ा दिया है। इसे समझना बहुत ज़रूरी है। आज ज्यादतर स्वास्थ सम्बन्धी समस्या इसी कारण से हो रही है।

हमारे जीवन शैली में निम्न बदलाव आ चुका हैं।
सिडानटरी लाइफ स्टाइल, 
जंक फूड, फ़ास्ट फ़ूड, 
रेफ्रिजरेशन ,
ओवर कुकिंग,  
प्रदूषण, रासायनिक खेती,  
सिंथेटिक दवाइयां 
ये सब हमारे जीवन को खतरनाक दिशा में लेकर आगे बढ़ रहा है।

सेडानट्री जीवन सैली से आप क्या समझते है ?
 
सेडानट्री जीवन सैली यानि सुस्त जीवन सैली।  लोग आराम तलब हो गए है। व्यायाम दिनचर्या से लगभग गायब हो चूका है। मोबाइल, कंप्यूटर में ही सब काम हो जा रहा है।  यहाँ तक की बच्चे हो या बड़े सभी मोबाइल में ही गेम खेल रहे है। 

सेडानट्री जीवन व्यायाम न करने से, एवम टेक्नोलजी का अधिक से अधिक उपयोग करने से जीवन सेडानट्री होती जा रही है। हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम कमज़ोर होता जाता है।
परिवार में या कार्य स्थल  पर  तनाव बहुत बढ़ गया है।  
रात को देर तक सोना और सुबह देर उठना, पूरा जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। 

इसी डिसआर्डर से  हमारे शरीर का मेटाबोलिज्म प्रभावित हो रहा है और हमारे शरीर में मधुमेह, ह्रदय रोग, थाइरोइड , ओबेसिटी, कैंसर, पथरी , यूरिक एसिड , पाइल्स इत्यादि  जैसी बीमारी जन्म ले रही है। 

जंक और फ़ास्ट फ़ूड से आप क्या समझते है । 

जंक फूड पैकेट में हमे परोसा जाता है। फ़ास्ट फ़ूड तेल में डीप फ्राई कर के परोसा जाता है। जंक और फ़ास्ट फ़ूड से हमे ऊर्जा तत्काल मिल जाता है, पर पोषक तत्व नही मिलता। अगर फ़ास्ट और जंक फूड की आदत लग गयी तो हमारे शरीर का इम्मयून सिस्टम कमज़ोर होता जाता है। 

इम्यून सिस्टम से आप क्या समझते है ?

हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता ,  बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने की क्षमता को इम्यून सिस्टम कहते है।
बैड बैक्टीरिया और वायरस हमारे चारों तरफ पाए जाते है, हवा, पानी या बासी भोजन, खुला हुआ भोजन, हर जगह पाए जाते है, हर दिन उनका सामना हमारे इम्यून सिस्टम से होता है। अगर हमारा इम्मयून सिस्टम कमज़ोर होगा तो हम बीमार पड़ जाते है। शरीर मे डिसऑर्डर पैदा होगा। 

रेफ्रिजरेशन  से आप क्या समझते है ?

हम खाद्य पदार्थों को कोल्ड स्टोरेज या घर मे फ्रिज में रखते है, ताकि हमारा खाद्य प्रदार्थ ताजा दिखे। इस परिक्रिया को रेफ्रिजरेशन कहते है।
खेत से खाद्यपदार्थ सीधा देश के बड़े बड़े कोल्ड स्टोरेज में पहुँचता है। फिर कोल्ड स्टोरेज से हमारे बाजार में, फिर बाजार से हमारे घर के फ्रिज में। 
रेफ्रिजरेशन से खाद्य पदार्थ ताजा दिखता है, पर इसके पोषक तत्व नष्ट हो जाते है। हमे भोजन तो मिलता है, पर उस भोजन में पोषक तत्व गायब है। पोषक तत्व की कमी से हमारा इम्यून सिस्टम प्रति दिन कमज़ोर होता जा रहा है। और हमारा स्वास्थ प्रभावित हो रहा है।

ओवर कुकिंग  से आप क्या समझते है ?

खाना को इस हद तक पकाते रहना की उसका पोषक तत्व पूरा नष्ट हो जाये , इसे ओवर कुकिंग कहते हैं।

आज प्रेशर कुकर में खाना बनाना सामान्य बात है। प्रेसर भोजन के पोषक तत्व को नष्ट कर देता है। प्रेशर की सिटी पोषक तत्व नष्ट होने का संकेत है। आज टेस्ट (taste )इस तरह हावी हो गया है की हमे प्राकृतिक टेस्ट (taste) भूल से गए है। तेल का उपयोग हमारे भोजन को अम्लीय बनाता है। ज्यादा अम्लीय भोजन, हमारे शरीर में अधिक फ्री रेडिकल्स पैदा करता है, और हमारे कोशिकाएं की क्रिया में बिगाड़ पैदा होता है। हर 2 लेडी में एक लेडी आपको अनेमिक मिलेगी, यानी हीमोग्लोबिन की कमी पाई जा रही है। हमारे बीमारी का मुख्य कारण हमारा किचन बन चुका है। 
इसलिए स्वस्थ और टेस्टी भोजन के लिए हमे जीरो आयल कुकिंग की तरफ लौटना पड़ रहा है।

 प्रदूषण से आप क्या समझते है ।

प्रदूषण आज सामान्य बात है। कोयला उद्योग हो, पावर प्रोजेक्ट, या स्टील उद्योग, या सीमेंट उद्योग या फिर ऑटो मोबाइल्स उद्योग। टू व्हीलर , फोर व्हीलर, या और भी बड़ी गाड़िया की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है। प्रदूषण बढ़ रहा है, प्रदूषण से फ्री रेडिकल्स की मात्रा वायु मंडल में बढ़ती जा रही है। फ्री रेडिकल्स कोशिकाएं का कार्य में व्यवधान पैदा कर रहा है। जिसके वजह से बहुत सी डिजेनेरेटिव बीमारियां हमारे शरीर में पैदा हो रहा है, जैसे डायबिटीज, कार्डियो वस्क्युलर बीमारियां, थयोरोइड,कैंसर वगैरह वैगरह। हम अपना बचाव किस प्रकार कर सकते है, ये बहुत बड़ा सवाल हमारे जीवन में खड़ा है।

रासायनिक खेती से आप क्या समझते है ?

रसायनिक खेती आज सामान्य बात है। हमारा भोजन विषैला होता जा रहा है। रासायनिक यूरिया की मात्रा हर साल बढ़ता जा रहा है, जमीन बंजर होती जा रही है। केचुए खेत में नज़र नही आ रहे है। शक्तिशाली कीटनाशक का उपयोग दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। हमे टमाटर तो मिल रहा है, पर टमाटर का पोषक तत्व गायब है, हमे खीरा तो मिल रहा है पर पोषक तत्व गायब है, केला हो या आम इसे कार्बाइड से पकाया जा रहा है। जैविक खेती बहुत महंगी है, और हमे हमारे खाने में जहर परोसा जा रहा है। फ्री रेडिकल्स हमारे सेल की क्रिया को नष्ट कर रहे है। हमारा इम्यून सिस्टम दिन पर दिन कमज़ोर होता जा रहा है। हम सभी को इस समस्या का विकल्प ढूंढना ही है।

सिंथेटिक दवाइयां से आप क्या समझते है ? 

हमारे जीवन का हिस्सा बन चुका है, इसका प्रकोप दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। जिसके वजह से तरह तरह की बीमारी हमारे शरीर मे पैदा हो रहा है।  दवा खाते है, किसी एक बीमारी को ठीक करने के लिए और हमे दूसरी बीमारी हो जाती है। लोग अस्पताल का चक्कर काट काट के परेशान हो चुके है। लोग कहते पाए गए है, भगवान किसी को ये बीमारी न दे, किसी को अस्पताल के चक्कर में न फसाए। सिंथेटिक दवाइया की सुपाच्यता बहुत कम होती है, इसलिए ये दवाइयां हमारे शरीर में टॉक्सिन्स बहुत पैदा करती है, ये टॉक्सिन्स शरीर से बाहर नही हो पाया तो हमें कोई दूसरी बीमारी की सम्भावना बढ़ जाती है, साइड इफ़ेक्ट की सम्भावना बढ़ जाती है ।

EARN से आप क्या समझते है ? 

EARN सिद्धान्त से हम स्वस्थ जीवन शैली हमेशा हमेशा के लिए बनाए रखते है।
इस नियम का पालन करने से हमारे शरीर का टोक्सिन्स दैनिक रूप में पसीने से बाहर हो जाता है। EARN सिद्धान्त से हमारे शरीर की ग्रन्थियां से एन्ज़ाइमस और हार्मोन्स का रसाव सन्तुलित मात्रा में होता रहता हैं , जो हमारे शरीर मे रखरखाव में मदद करता है। 

EARN सिद्धान्त को अब हम थोड़ा विस्तार से समझते है।

एक्सरसाइज हमे रोज 30 मिनट क्यो करना चाहिए ?

E ..EXERCISE हर रोज 30 मिनट लगातार , बिना रुके चलना चाहिए। इतना चलने से आपके शरीर से पसीना निकलना शुरू हो जाता है। आपके शरीर की छिद्र  खुल जाते है, जो स्वस्थ जीवन के लिए ज़रूरी है। पसीने से हमारेे शरीर के केमिकल्स बाहर आते। शरीर के टॉक्सिन्स बाहर आते है।
और हमारे शरीर मे एंजाइम और हार्मोन्स पैदा करने में मदद करता है।

एटीट्यूड से आप क्या समझते है, और हमे ये स्वस्थ रहने में किस तरह मदद करता है ?

A .. ATTITUDE , मतलब हमारी सोच। हमारे शरीर मे कई ग्रंथियां होती है, जिनके रसाव से हम स्वस्थ रहते है या अस्वस्थ होते है। हमारे ग्रंथियां का रसाव हमारे सोच पर निर्भर करती है। अगर हम पॉजिटिव सोचते है, ग्रंथियां में केमिकल का रसाव हमे स्वस्थ रखते है। अगर हम नेगेटिव सोचते है तो हमारे ग्रन्थियां का रसाव हमे बीमार, हमे जल्दी बुढ़ापे की तरफ ले जाते है।
जॉब में तनाव बहुत सामान्य बात हो गयी है।
और इसलिए आज लाइफ स्टाइल डिसऑर्डर बहुत  सामान्य बात है।

6 से 8 घण्टा आराम करना रोज क्यो ज़रूरी है ?

R ..REST हमारे शरीर का पूरे तरीके से मेंटेनेंस ठीक तरीके से हो सके इसलिए हम दिन में 6 से 8 घण्टा नींद ( आराम ) करना चाहिए।  
जब हम 6 से 8 घण्टा नींद करते है तो इसी समय हमारे शरीर का पूरा पूरा डिटॉक्सीफिकेशन होता रहता है। 
और हम एक स्वस्थ जीवन शैली को अपना सकते है। 

न्यूट्रीशन क्या होता है, और ये हमे स्वस्थ रहने में किंस तरह मदद करता है ?

N..NUTRITION.. हम जो भोजन खाते है, उससे हमे पोषक तत्व प्राप्त होता है, जो हमे स्वस्थ रखने में मदद करता है।   पर आज हम भोजन तो खा रहे है, फल, सब्जियां, खा तो रहे है, पर उसमे का पोषक तत्व गायब है।
जब लंबे समय तक ये कमी हमारे शरीर मे रहती हैं , तो हमारे शरीर मे डिसऑर्डर पैदा होना शुरू हो जाता है।  
यही शरीर का डिसऑर्डर , डिजीज में बदल जाता है, और हमारा शरीर ब्रेक डाउन के स्थिति में आ जाता है। और हम परेशान भी होते है, और आर्थिक कठिनाई में पड़ जाते है।

न्यूट्रिशन गैप की विचारधारा और उस पर नियंत्रण बनाये रखना।
क्योंकि आधुनिक जीवन शैली में हम जैविक खेती नही कर पाएंगे इसलिए कि जनसंख्या का दबाव हमारे किसानों पर निरन्तर बना रहेगा और केमिकल्स का उपयोग होता रहेगा, और न्यूट्रिशन गैप की समस्या कम नही और भविष्य में बढ़ेगी, इसलिए इस कमी को हम फ़ूड सप्लीमेंट से ही पूरा कर सकते है।
भविष्य में इंसान की सबसे बड़ी जरूरत डाइटरी सप्लीमेंट ही होगा।
WHO ( वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन ) का इस सम्बन्द्ध में एक गाइड लाइन है।
हम सभी को पोषक तत्व RDA मात्रा में रोज लेना चाहिए। Recommended Daily Amount , ये वो मात्रा है, जिसे हमे अपने बॉडी को रोज देना चाहिए, ताकि किसी भी पोषक तत्व की कमी हमारे शरीर मे न हो।
120 प्रकार की बीमारी हमारे शरीर मे किसी न किसी पोषक तत्व की कमी से हो सकती है।

न्यूट्रीलाइट कम्पनी का ही सप्लीमेंट लेना क्यो ज़रूरी है ?

न्यूट्रीलाइट सबसे पुराना और सबसे विश्वसनीय ब्रांड है। 
NUTRILITE की शुरुआत 1934 में हुई थी। हमे 86 सालो का तज़ुर्बा प्राप्त  है।
NUTRILITE का फार्म 100% सर्टिफाइड होता है। पोषक तत्व से भरपूर होता है।
न्यूट्रीलाइट के सप्लीमेंट जैविक खेती से प्राप्त होता है, सब कुछ प्राकृतिक होता है, कोई पेस्टिसाइड या रासायनिक खाद्य का उपयोग नही करते।
100 % सुरक्षित है। किसी साइड इफ़ेक्ट का डर नही होता है। न्यूट्रीलाइट सप्लीमेंट  90% सुपाच्य होता है, ब्लड में तत्काल मिल जाता है,  इसका लाभ हमे शीघ्र नज़र आने लगता है। इसके विपरीत सिंथेटिक सप्लीमेंट लेने से, इसकी सुपाच्यता कम होती है, 20 - 30% ही अवशोषित हो पाता है और शरीर मे टॉक्सिन्स अधिक पैदा होता है, साइड इफ़ेक्ट की संभावना बढ़ जाती है। 
होल प्लांट कांसेप्ट पर न्यूट्रीलाइट के प्रोडक्ट तैयार किये जाते है। प्लांट के सभी पार्ट से इसके पोषक तत्व तैयार किये जाते है।
न्यूट्रीलाइट सप्लीमेंट बीमारियों को रिवर्स आर्डर में ले आता है।
इसमे किसी तरह का पेस्टिसाइड या केमिकल का उपयोग नही किया जाता है।
1000 से अधिक वैज्ञानिक तीन शिफ्ट में न्यूट्रिशन पैदा करने में लगे है। जिस तरह बिजली, कोयला, सीमेंट तीन शिफ्ट में पैदा हो रहा है, उसी प्रकार न्यूटिशन तीन शिफ्ट में पैदा हो रहा है, ये हम सभी के लिए गौरव की बात है। इसके 1000 से ज्यादा पेटेंट्स है और 1000 से ज्यादा वैज्ञानिक है।
न्यूट्रीलाइट के सप्लीमेंट एक ग्लोबल ब्रांड है । दुनिया भर के लोग न्यूट्रीलाइट सप्लीमेंट पर अपना विश्वास बना चुके है, भारत मे भी लोग न्यूट्रीलाइट सप्लीमेंट का लाभ ले रहे है।

दुनिया की बड़ी बड़ी सर्वे ऐजेंसी न्यूट्रीलाइट के बारे में क्या कहती है ?

यूरोमॉनिटर .. दुनिया की नंबर एक सर्वे एजेंसी वो नुट्रिलाइट कम्पनी को दुनिया में पोषक तत्व सेल्स की नंबर एक कंपनी अपने रिपोर्ट में बताई है। 
विश्व स्वास्थ संगठन के RDA गाइड लाइन को नुट्रिलाइट कंपनी फॉलो करता है।
एमवे नुट्रिलाइट के प्रोडक्ट पर 100% संतुष्टि की गारंटी मिलती है। 30 दिनों में 30 % प्रोडक्ट उपयोग करने के बाद संतुष्ट न होने पर आप खुला हुआ प्रोडक्ट कंपनी को वापस कर के पूरा पैसा ले सकते है।  

उम्मीद है दोस्तो आज का मेरा सेशन आपको सप्लिमेंटशन कांसेप्ट समझने में कुछ मदद किया होगा।
वैलनेस इंडस्ट्री, आने वाले समय की सबसे बड़ी इंडस्ट्री होने वाली है। हमे इस स्वास्थ सम्बन्धी सिद्धान्त लोगो को शेयर करनी है, और इसी प्रकार आप  बहुत सारे लोगो को स्वस्थ रहने में मदद कर सकते है। 
दुसरो को मदद करने वाले लोग ही जीवन मे बड़ी सफलता अर्जित करते है।

मेरी शुभकामनाएं।

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