Tuesday, 26 May 2020

6 CARDINAL RULES

6 CARDINAL RULES

 टीम बनाना  एक नया काम है हम सभी के लिए , टीम को एक बार बनाना थोड़ा आसान होता है पर टीम को सालो साल बनाये रखना कठिन होता है। टीम को सालो साल  बचा कर रखना चुनौती भरा  काम  होता है , इसलिए टीम को सुरक्षित कर के रखना बहुत बड़ी जिम्मेवारी है। 
6 कार्डिनल रूल्स टीम को सालो साल बनाए रखने मे मदद करता है.
हमारे रोज के व्यवहार में 6 CR होना ज़रूरी है। 

टीम मे यूनिटी बनाये रखने का सिद्धांत. टीम मे एकता बनाये रखने का सिद्धांत
बड़ी बड़ी टीम की सफ़लता को बनाए रखने का सिद्धान्त है 6 CR
टीम को सुरक्षित रखने मे मदद करता है हमारा 6 CR सिद्धान्त . 
मन मुटाव के कारण को जन्म नहीं लेने देता है हमारा 6 कार्डिनल रूल्स का सिद्धान्त.

6 cardinal Rules :    6 महत्पूर्ण नियम जिसे हमे हमेशा याद रखना है ।

1. NEVER TALK NEGATIVE ( कभी निगेटिव बातें न करें )

कभी भी किसी से निगेटिव बात न करे।  ये तनाव पैदा करता है। आपस में मतभेद को बढ़ाता है। हर चीज़ का दो पक्ष होता है।  आप अपने टीम में लोगों का पॉजिटिव पक्ष को देखे।  अपनी सोच को सकारात्मक रखे।  सकारात्मक सोच से उम्मीद पैदा होता है। सकारात्मक सोच से आप समाज में परिवर्तन ला सकते है।  स्वयं का विकास और दूसरों में विकास भी आप इसी नियम से ला सकते हैं .
गिलास आधा भरा हुआ है, या आधा खाली है, ये निर्भर करता है आपके ऐटिटूड पर। 
इसलिए जीवन में कुछ बड़ा करना है और अच्छा करना हैं ,तो आप पॉजिटिव ऐटिटूड रखे।  पॉजिटिव ऐटिटूड वाले लोग ही  लोगों में परिवर्तन ला सकते हैं और दूसरे के व्यक्तित्व का निर्माण करते है। 

2. NEVER DO ANYTHING FIRST TIME WITHOUT CHECKING YOUR UPLINE. ( किसी भी चीज़ को पहली बार करने से पहले  UPLINE से सलाह ले ले ) । 

एमवे बिज़नेस एक  प्रमाणित बिज़नेस मॉडल है।  इसके रास्ते पहले से तय है , हमे उसे समझना है और उस रास्ते पर चलना है। 
 अगर  आपके मन में कोई नई सोच पैदा होती है , जो आपको लगता है की बहुत अच्छा विचार है और आप उस विचार को अपनाने से बड़ी सफलता प्राप्त कर सकते है , तो आप अपने UPLINE से एक बार सलाह अवश्य  ले ले।  हो सकता है उस विचार को लेकर उनके पास कोई  अनुभव पहले से हो।  और इस तरह आपका समय, आपका मेहनत , आपका पैसा उनके सलाह से  बच सकता है। 

3. NEVER MESS WITH ANYBODY's EGO. ( किसी के आत्मसम्मान के साथ खिलवाड़ न करें )। 

किसी के आत्मसम्मान से खिलवाड़ न करे।  हर व्यक्ति का अपना विश्वास बचपन से या उनके अपने परिवार से पहले से ही बना होता है , हर लीडर को इसकी समझ होनी चाहिए...
कभी भी किसी का मज़ाक में भी मज़ाक न करे, खास के धर्म और  राजनितिक विषयो पर संवाद में न उलझे। इससे दिलो में दरार पैदा हो सकता है।  
हमारा एक ही लक्ष्य होता है सबको साथ ले कर चलना। किसी भी जाती का हो, किसी भी धर्म का हो , कोई भी राजनैतिक विचार से उसका जुड़ाव हो, हमे बहस में नहीं उलझना चाहिए । 

इन छोटी छोटी बाते पर बहुत विशेष ध्यान रखे  रहे।  रिश्ता में दरार पड़ने के बाद , उनके साथ टीम बनाना बहुत मुश्किल हो जाता है। अगर आपको बड़ी टीम बनाना है, तो इन चीज़ो को अनदेखा करे।  लोगो में अच्छाई देखने की आदत बना ले, बहुत बड़ी टीम का निर्माण आप कर लेंगे। 


4. NEVER MESS WITH ANYBODY's MONEY (किसी के पैसे के साथ खिलवाड़ न करें )। 

हम जब बिज़नेस करते है तो पैसे का लेनदेन होता है। पैसे के हिसाब किताब में थोड़ा भी लापरवाही नहीं होना चाहिए। 
UPLINE का पैसा हो या DOWNLINE का, हिसाब बराबर होना चाहिए।  ये नहीं सोचना चाहिए , मेरा लीडर बहुत पैसे वाला है , वापस नहीं भी करूंगा तो क्या फर्क होगा ।  
वास्तव में उसके जीवन में कुछ खास फर्क नहीं पड़ेगा , पर आपका ऐटिटूड उसके पास हमेशा हमेशा एक याद के रूप में रहेगा। लेनदेन ऐसी चीज़ है, आदमी सबकुछ भूल सकता है , पर किसी के ऊपर कुछ हिसाब बचा हुआ है तो उसे याद रहता है । एक अच्छे और दीर्घ  रिलेशनशिप में , लॉन्ग टर्म रिलेशनशिप में ये एक रुकावट होता है। एक रुपया ही क्यों न हो उस हिसाब को भी बराबर कर दे । किसी के उपर, भी एक रुपए का बोझ नहीं होना चाहिए। 
ये नियम आपको बड़ी टीम बनाने में बहुत मदद करेगा और उसे बनाए रखने में सहयोग करेगा । 


5. NEVER MESS WITH ANYBODYS SPOUSE किसी के स्पाउस( पति या पत्नि) के साथ खिलवाड़ न करें । 

एमवे बिज़नेस एक  फॅमिली बिज़नेस है , इसलिए लेडीज , जेंट्स में मिलना जुलना  एक बहुत ही सामन्य बात है। ध्यान रखे हम एक दूसरे के स्पाउस का सम्मान करे।  किसी जेंट्स को किसी और की पत्नी या किसी महिला को किसी और के पति से दायरे में रह कर बातचीत करना चाहिए । 
अगर आपको किसी लेडीज से मिलने जाना है तो अपनी पत्नी को साथ में ले ले।  इसी तरह के अंडरस्टैंडिंग से आप विवाद को जन्म होने से रोकते है। और एक बड़े बिज़नेस के निर्माण के तरफ अग्रसर हो जाते है। 

बड़े बड़े बिज़नेस इन कार्डिनल रूल के उलंघन से गायब हो जाते है। छोटी चीज प्रतीत होती हैं, पर सफ़लता के लिए इस नियम को ध्यान रखना बहुत जरूरी है.

6. NEVER EMBARRASS YOUR UPLINE (अपने  UPLINE को परेशान न करें )

अपने अपलाइन से अच्छे संबंध बना रखे। एमवे बिज़नेस का ये बहुत ज़रूरी सिद्धांत है। गुरु  या अच्छे दोस्त, या एक गार्डियन जैसा सम्बंध आपके अपलाइन के साथ होना चाहिए .

आपको टीम बनाने के लिए नई नई जोड़ी बनानी है, फिर उसमे तालमेल  बनानी हैं और इस तरह एक सशक्त बिजनेस परिवार तैयार करत  है । 

नए लोगों के आपके UPLINE से संबंध कैसे है, इस पर बहुत नज़दीकी नज़र रखते है।  अगर आप अपने UPLINE से स्पर्धा , कम्पटीशन कर रहे है, तो ये आपके विकास का रुकावट बन जायेगा। UPLINE आपके इस रवैये से परेशान रहता है , वो आपको कुछ बोल नहीं पाता, क्योंकि आपने उसे बोलने का अधिकार ही नहीं दिया है।  UPLINE को इस तरह के व्यवहार से तंग न करे।  हो सकता है , आपका UPLINE आप से कम पढ़ा लिखा हो, कम पैसे वाला हो, हो सकता है कम उम्र वाला हो , पर आपको ये मालूम होना चाहिए टीम बनाने का स्किल बहुत ही अलग होता है। 
आपको लोगो को साथ ले कर चलना है। 

मेरी शुभकामनाये। 

अब रुकना नहीं है। 

   सवाल :
1. 6 कार्डिनल रूल्स का हमारे बिज़नेस में क्या रोल है। 
2. कभी निगेटिव बात न करे, इसका क्या तातपर्य है। 
3. पहली बार किसी चीज़ को करने के लिए क्यों सलाह लेने के लिए कहा गया है।
4. किसी के आत्म सम्मान से खिलवाड़ करने के लिए क्यों मना किया गया है। 
5. आत्म सम्मान चोटिल न हो उसके लिए किन किन चीज़ो  से सावधानी बरतनी चाहिए।
6. किसी के पैसे के साथ खिलवाड़ न करे, इसका क्या तातपर्य है 
7. किसी के स्पाउस से खिलवाड़ न करे , इसका क्या तातपर्य है। 

Monday, 25 May 2020

OPTIMAL HEALTH ( बेहतर स्वास्थ्य )


OPTIMAL HEALTH ( बेहतर स्वास्थ) : आप ऐसा क्या करे जिससे आप अच्छा स्वास्थ बनाये रख सके । 
  
EARN सिद्धांत से आप अपना ऑप्टीमल हेल्थ मेन्टेन कर सख्ते है।  EARN सिद्धांत से आप एक हैल्थी जीवन शैली अपना कर पुरे जीवन आप स्वस्थ रख सकते है।

EARN ...
सिद्धान्त बहुत ही सिंपल है जिसे हर कोई फॉलो कर सकता है। अगर हम इस सिद्धांत को फॉलो कर रहे है तो हम एक स्वस्थ जीवन शैली को अपना सकते है।

E का अर्थ है EXERCISE
A का अर्थ है ATTITUDE
R का अर्थ है REST
N के अर्थ है NUTRITION


EXERCISE : हर दिन कम से कम 30 मिनट व्यायाम करना अच्छे स्वास्थ्य के लिए बहुत ज़रूरी है। हमारे शरीर के डेटोक्सीफिकेशन में मदद करता है। हमारे शरीर के हैल्थी मेटाबोलिज्म में मदद करता है।  इसलिए आधा घंटे कम से कम हर दिन एक्सरसाइज करना हर व्यक्ति को अपनी आदत में शामिल कर लेना चाहिए। 

ATTITUDE हमेशा सकारात्मक रहे। हमारा शरीर ग्लैंड्स  ( ग्रंथियांओ ) से बना है। ग्लैंड्स का रसाव हमारे सोच पर निर्भर करता है। नेगेटिव सोच से ग्रंथियां कुछ ऐसे केमिकल्स का रसाव शुरू कर देती है, जो हमारे शरीर में अनेक प्रकार की बीमारियों का घर बन जाता है। अच्छे स्वास्थ्य के विपरीत काम करती है। इसलिए हमेशा सकारात्मक रहे। पॉजिटिव सोच कुछ ऐसे केमिकल्स का रसाव करती है जो शरीर के अच्छे रखरखाव के मेन्टेनेन्स में मदद करती है।

Rest यानि आराम कम से कम 6 घंटे होना अच्छे स्वास्थ्य के लिए बहुत ज़रूरी है। अगर आप कम नींद लेते है तो शरीर में स्ट्रेस पैदा हो जाता है।  ज्यादा नींद करते है तो शरीर में सुस्ती पैदा हो जाता है। इसलिए ६ से ८ घंटा एक संतुलित नींद है , या हैल्थी हैबिट है।  इससे हमारे शरीर के अच्छे रखरखाव में मदद करता है।

न्युट्रिशन ( संतुलित आहार  बहुत ज़रूरी है )
न्युट्रिशन या  सन्तुलित आहार से हमे पोषक तत्व मिलता है। पोषक तत्व हमारे शरीर को बीमारियों से लड़ने की क्षमता  देता है  और हमारा इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाये रखता है।

मैक्रो नुट्रिएंट एंड माइक्रो नुट्रिएंट

मैक्रो नुट्रिएंट हम उसे कहते है जिसे हमे अच्छे मात्रा में लेना पड़ता है जैसे कार्बोहायड्रेट, प्रोटीन , फैट्स।


माइक्रो नुट्रिएंट हमे बहुत ही अल्प मात्रा में लेनी होती है जैसे विटामिन्स और  मिनरल्स। विटामिन्स और मिनरल्स हमारे शरीर के विभिन्न आवश्कताये को पूरा करने के लिए शरीर में रासायनिक क्रिया में मदद करता है।  हमारे शरीर में प्राकृतिक रासायनिक क्रिया होती रहती है, जो खाना पचाने से लेकर शरीर की विभिन्न कार्यो में काम आता है। 

 न्युट्रिशन की चर्चा अब हम विस्तार से करते है। पांच प्रमुख पोषक तत्व होते है। वे निम्न है:   

1. कार्बोहायड्रेट     2. प्रोटीन   3. फैट्स    4. विटामिन           5. मिनरल्स

कार्बोहायड्रेट  

हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।  रोटी, चावल हमारे कार्बोहायड्रेट का मुख्य श्रोत है। हमे दैनिक रूप में जो काम करने की ऊर्जा चाहिए वो हमे कार्बोहायड्रेट से ही उपलब्ध होता है। हमारा चलना , फिरना , बात करना , और जो भी शरीर की सक्रियता होती है वो हमे कार्बोहाइड्रेट्स से ही उपलब्ध होता है।सामान्य रूप से कार्बोहायड्रेट की कमी नही होती है। इसलिए इसका सप्लीमेंट नही आता। 

प्रोटीन :

दूसरा पोषक तत्व  होता है। प्रोटीन पोषक तत्वो का सरदार होता है। 

प्रोटीन का हमारे शरीर में दो मुख्य काम होता है :  ग्रोथ एंड डेवलपमेंट और शरीर का रखरखाव। 

हमारे शरीर का हर  पार्ट प्रोटीन से बना है। हमारे शरीर  का मैन बिल्डिंग ब्लॉक प्रोटीन है। हमारा बाल, हमारी हड्डियां, हमारी मांस पेशियां सभी का मुख्य तत्व प्रोटीन होता है।

प्रोटीन का मुख्य काम विकास , मेन्टेनेन्स , हार्मोन्स का संतुलन, डिफेक्टिव बॉडी सेल्स को ठीक करना वगैरह, वगैरह।
अगर हमारे सेल्स का फंक्शन ठीक है तो पूरा शरीर ठीक है। आज हमारा लाइफ स्टाइल हमारे सेल्स के फंक्शन में बिगाड़ पैदा कर रहा है , जिसके कारण हमे लाइफ स्टाइल डिजीज हो रहे है , जैसे डाईबिटिज , थाइरोइड , हार्ट डिजीज, कैंसर, ओबेसिटी, एसिडिटी , जॉइंट पैन , ये सब बीमारी लाइफ स्टाइल डिसऑर्डर है , इसे हम अपनी रोज की कुछ कुछ आदत सही करने  पर नियंत्रण पाया जा सकता है । 


क्योंकि प्रोटीन हमारे बॉडी में स्टोर नही होता इसलिए हमें इसको रोज लेना जरूरी है।

दूसरी महत्यपूर्ण बात ये है कि हमे किस मात्रा मे इसे रोज़ लेना चाहिए।
सामान्य रूप से per kg wt 1gm प्रोटीन रोज़ लेना जरूरी है। अगर आपका वेट 50kg है तो आपको 50gm प्रोटीन रोज़ चाहिए।
बढ़ते हुए बच्चो को per kg wt 2 gm ज़रूरी है।
प्रेग्नेंट लेडी को per kg wt 2 gm ज़रूरी है।
मतलब 50 kg wt पर 100 gm प्रोटीन।
शुद्ध प्रोटीन किसे कहते है। पहला पैरामीटर  9 एसेंशियल एमिनो एसिड जिस प्रोटीन में है उसे हम कम्पलीट प्रोटीन कहते है।
दूसरा पैरामीटर शुद्ध प्रोटीन PDCAAS स्कोर होता है।
WHO ने ये प्रोटीन क्वालिटी का स्टैण्डर्ड रखा है। जिस प्रोटीन का PDCAAS 1* होता है इसका अर्थ वो प्रोटीन 80% हमारे शरीर में अवशोसित हो जाता है। अगर आप कोई भी X ब्रांड प्रोटीन लेते है आप चेक करें उसमे न तो 9 एसेंशियल एमिनो एसिड की बात कही गयी है न तो PDCAAS की स्कोर की बात कही गयी है।
इसका मतलब है जिस काम के लिए आप ये प्रोटीन ले रहे है वो काम होना चाहिए और अच्छे से होना चाहिए। जिससे आपको खुसी और संतुष्टि मिले। इसे हम कहते है पैसे का पूरा पूरा मूल्य प्राप्त करना। NUTRILITE प्रोटीन पाउडर से आपको अपने पैसे का वैल्यू फॉर मनी प्राप्त होता है।
बाज़ार का X ब्रांड 200gm अगर 400 रूपये में प्राप्त होता है। और NUTRILITE प्रोटीन पाउडर 200gm 1100 रुपए में प्राप्त होता है। कस्टमर सस्ता के तरफ झुक सकता है पर अगर उसको ये मालूम हो जाय की उस प्रोटीन में न तो एमिनो एसिड की जानकारी है न तो PDCAAS की जानकारी है , कस्टमर सस्ते प्रोडक्ट खरीद कर बेवकुफ बनता है
जिस डिब्बे में PDCAAS की जानकारी नही है मतलब उसका फैट्स ज़रूरी भी है और नुकसान भी करता है। 20% है।
200 gm का 20% ..40gm होता है। दरअसल 40 gm की कीमत 400 रुपए है। 200 gm प्रोटीन की कीमत 1600 रुपये हो जाता है। NUTRILITE प्रोटीन पाउडर केवल 1100 रुपये में। इसे कहते है वैल्यू फॉर मनी। 9 एसेंशियल एमिनो एसिड, PDCAAS 1*, और वो भी 1100 रुपये में।

क्वालिटी प्रोटीन से आपके बाल की क्वालिटी, स्किन की क्वालिटी, हड्डियों की क्वालिटी, आपका इम्यून सिस्टम, आपका बच्चो की हाइट, बिमारियों से सम्पूर्ण सुरक्षा की गारंटी। हमारे पास सबसे अच्छा विकल्प है NUTRILITE प्रोटीन पाउडर। 


फैट्स : 

फैट्स दो प्रकार के होता है, गुड़ फैट्स एंड बैड फैट्स।    फैट्स ज़रूरी भी है और नुकसान भी करता है।
ओमेगा 3 फैटी एसिड्स एक अच्छा फैट होता है।
ओमेगा 6 फैटी एसिडस हमारे आर्टरीज में जमा होता है और धीरे धीरे चोक करता है, ब्लॉक करता है जिसके कारण हिर्दय रोगी समस्या हमारे शरीर में उत्पन्न होती है। पर ओमेगा 6 फैटी एसिड्स भी ज़रूरी है। हमारे शरीर को एक कम्बल की तरह  सुरक्षा प्रदान करता है। इसे लेना भी अनिवार्य है। ये हमे दूध, घी, मलाई, दही,मक्खन, मटन, मुर्गा, अंडा वगैरह वैगरह में मिलता है। ओमेगा 3 मछली, अखरोट, बादाम, लहसुन, वैगरह वैगरह में मिलता है।

ध्यान ये रखना है कि ओमेगा 3 और ओमेगा 6, दोनों को एक निश्चित मात्रा में लेना है। 
ओमेगा 3 : ओमेगा 6 = 1: 5-10 , एक हिस्सा ओमेगा 3 के साथ आप 5 से 10 हिस्सा ओमेगा 6 ले सकते है।इस मात्रा में अगर आप ओमेगा 3 और ओमेगा 6 ले रहे है तो IDEAL BODY FAT बनाये रखने में मदद करेगा। 
अगर आप इस मात्रा  में ओमेगा 3 और ओमेगा 6 का सेवन कर रहे है, तो आपको हिर्दय रोग की संभावना धीरे धीरे समाप्त हो रही है। ओमेगा 3, .. ओमेगा 6 का ब्लॉकेज को क्लियर करने में मदद करता  है। 

सबसे महत्यपूर्ण अंग हमारे शरीर का हिर्दय होता है। इसे स्वस्थ रखना हमारी सबसे बड़ी जिम्मेवारी है। सबसे बढ़िया प्रोडक्ट हमारे पास ओमेगा 3 है जो आपके हिर्दय का रखरखाव करता है। एक और विशेष जानकारी फैट्स की बहुत ज़रूरी है। ओमेगा 6 फैटी एसिड्स हमारे शरीर में स्टोर होता है इसलिए ओमेगा 6 का सप्लीमेंट नही आता है। क्योंकि ओमेगा 3 हमारे बॉडी में स्टोर नही होता है, इसलिए हमें रोज़ सप्लीमेंट के रूप में ओमेगा 3 लेना जरूरी है।

विटामिन और मिनरल्स ..

विटामिन्स और मिनरल्स का मुख्य काम है हमारे शरीर में सुरक्षा प्रदान करना। अनेक बीमारी से हमे विटामिन्स और मिनरल्स बचाता है। इसलिए ध्यान रखे किसी भी विटामिन्स और मिनरल्स की आपके शरीर में कमी होती है तो वो कोई न कोई बीमारी आपके शरीर में पैदा कर सकता है। 
इसलिए हम विटामिन्स और मिनरल्स को हम प्रोटेक्टिव फ़ूड कहते है ।
13 विटामिन और 11 मिनरल ये हमारे शरीर  में रोज जाना चाहिए। 
इस बात को ध्यान रखिए कि विटामिन और मिनरल्स हमारे शरीर में स्टोर नही होता पर हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए 13 विटामिन और 11 मिनरल रोज़ RDA मात्रा में ज़रूरत होता है।
RDA (RECOMMENDED DAILY AMOUNT ) यानि हमारे शरीर की रोज की आवश्यक मात्रा, यदि हम 13 विटामिन्स और 11 मिनरल्स रोज ले रहे है तो आप स्वस्थ रहने की गारंटी विज्ञानं द्वारा प्राप्त कर लेते है।

ऑप्टीमल हेल्थ का सीक्रेट

एक्सरसाइज, पॉजिटिव मेन्टल ऐटिटूड, प्रॉपर रेस्ट , और संतुलित आहार (NUTRITION ) है।  पोषक तत्व हमे बीमार होने से बचाता है। पोषक तत्व रोज लेना एक हैल्दी हैबिट है, जो हमे वर्तमान मे और भविष्य में स्वस्थ रहने में मदद करता है। इसलिए हमे लोगो की अगर स्वस्थ रहने में मदद करनी है तो , पोषक तत्व रोज आवश्यक मात्रा (RDA मात्रा) में लेने की सलाह देना है। 
NUTRILITE सप्लीमेंट भविष्य की बहुत गंभीर बीमारी से हमारा बचाव करता है।  दूसरा बहुत सारे बड़े बड़े हॉस्पिटल के खर्चे से बचाता है। 
पुरे दुनिया में लोग स्वस्थ रहने के लिए फ़ूड सप्लीमेंट का उपयोग शुरू कर चुके है।  भारत में भी धीरे धीरे सप्लीमेंट की जागरूकता बढ़ रही है।  हर व्यक्ति डॉक्टर और हॉस्पिटल के खर्च से बचना चाहता है और ये उदेश्य NUTRILITE सप्लीमेंट से ही पूरा हो सकता है। 

मेरी शुभकामनाये |

अब रुकना नहीं है। 

 सवाल : ( इन सवालों का जवाब लिख कर अपना नोट्स तैयार कर ले )

1. ऑप्टीमल हेल्थ से आप क्या समझते है। 
2. EARN  से आप क्या समझते है। 
3. ऐटिटूड हमारे हेल्थ को किस तरह प्रभावित करता है। 
4. प्रोटीन का हमारे शरीर में मुख्य काम क्या है। 
5. प्रोटीन किस चीज़ से बना है। 

6. PDCAAS से आप क्या समझते है। 
7. क़वालिटी प्रोटीन की पहचान क्या है। 
8. कितने प्रकार की विटामिन्स और मिनरल्स होते है। 
9. मैक्रो नुट्रिएंट और माइक्रो नुट्रिएंट के अंतर् को समझाये। 

10. विटामिन्स और मिनरल्स का मुख्य काम क्या होता है। 
11. फैट्स कितने  प्रकार के होते है। 
12. ओमेगा 3 का हमारे शरीर में कौन कौन से फायदे पहुंचते है। 

13. ओमेगा 3 की कमी से कौन कौन से बीमारी की संभावना होती है। 
14. प्रोटीन रोज लेना ज़रूरी क्यों है और इसे हमे किस मात्रा में लेना चाहिए।